जमीर पर पत्थर रख हर जगह हाथ जोड़े जा रहे है ।
जमीर पर पत्थर रख हर जगह हाथ जोड़े जा रहे है ।
क्योकिं मेहनत से मिले परिणाम लोगो को रास नही आ रहे है ।।
हर जगह कदम दर कदम मुझ पर निशाने साधे जा रहे है ।
उनको क्या पता कुछ सोचकर ही हम सब सहते जा रहे है ।।