जमीं आसमाँ का मिलन….??
वसुंधरा और नीलाम्बर का मिलन…
जगत का मनोहारी दृश्य इक…
सतरंगी चादर निर्मित करेगा…
इंद्रधनुष जितनी खूबसूरत इक…
अप्सरा-सी प्रकट होगी वसुंधरा…
धरा और आसमाँ का मिलन…
वसंत ऋतु का मनोरम दृश्य इक…
विस्तृत भाव गगन को आकर्षित करेगा…
कंचन जलधार झीलरूपी इक…
दुल्हन-सी सजी दिखेगी वसुंधरा….
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धरती और आकाश का मिलन…
रिमझिम बारिश का मनोहर दृश्य इक…
संगम भाव व्योम को उत्कर्षित करेगा…
हरियाली-सी चुनरी में सजेगी वसुंधरा…
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जमीं और नभ का मिलन….
सर्द मौसम नज़दीकियों का दृश्य इक…
मिलन अभाव बेचैनी प्रदर्शित करेगा…
ओसरूपी बूँदों में रूठी मिलेगी वसुंधरा…
(स्वरचित)
#rahul_rhs