जब से छोड़ा है तूने साथ
जब से छोड़ा है तूने साथ हमने संभलना सीख लिया है,
मौसम के जैसा अब हमने भी बदलना सीख लिया है,
जिसको देखकर तुम ओझल करते थे हमे अक्सर,
हमने भी अब उसके लिए मचलना सीख लिया है,
बस सीख न सके तुमसे नफरत करना आज तक,
तभी हमने दूसरी राह से निकलना सीख लिया है,