जब मैं छोटा बच्चा था।
जब मैं छोटा बच्चा था
प्यार मेरा जी सच्चा था
टीचर थी आप क्लास की
स्टूडेंट मैं भी अच्छा था ।
आप रोज स्कूल में आते थे
घंटी हमारी लगाते थे
आप बहुत अच्छा पढ़ाते थे
हम दिल से ध्यान लगाते थे।
कुछ दिन बाद पढ़ाई से हेट हुआ
दिल आप से अटैच हुआ
कहना बहुत कुछ चाहता था
पर ऐज का बहुत डिफेंस हुआ।
अब कॉलेज में मैं जाता हूं
पढ़ाई में ध्यान लगता हूं
जब ख्याल आपका आता है
जब दिल लिखना कुछ चाहता है।
अब भी आस मेरी जारी है
शादी आपकी हुई नहीं
मैडम आप अभी तक कुंवारी है
पहले थी आप कुछ कुछ
अब लगती बहुत प्यारी है।
आपकी ऐज 28 है
और मेरी ऐज 18 जी
याद आप भी रखते हों
स्टूडेंट मैं था प्यारा जी ।
लेखक सोनित प्रजापति।