Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2021 · 1 min read

जब मिले थे हमारे तुम्हारे नयन

नयन

जब मिले थे हमारे तुम्हारे नयन।
लागे कजरारे प्यारे तुम्हारे नयन।
देखते एक दूजे को इक टक रहे,
जाने कब से थे प्यासे हमारे नयन।

……✍️ सत्य कुमार प्रेमी

Language: Hindi
144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

..
..
*प्रणय*
मोहब्बत
मोहब्बत
Shriyansh Gupta
खालीपन क्या होता है?कोई मां से पूछे
खालीपन क्या होता है?कोई मां से पूछे
Shakuntla Shaku
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
sp126 कहते हैं हम
sp126 कहते हैं हम
Manoj Shrivastava
সকল পুরুষ ধর্ষক হয় না
সকল পুরুষ ধর্ষক হয় না
Arghyadeep Chakraborty
" लफ़्ज़ "
Dr. Kishan tandon kranti
नेपाल के लुंबनी में सफलतापूर्ण समापन हुआ सार्क समिट एवं गौरव पुरुस्कार समारोह
नेपाल के लुंबनी में सफलतापूर्ण समापन हुआ सार्क समिट एवं गौरव पुरुस्कार समारोह
The News of Global Nation
आप विषय पर खूब मंथन करें...
आप विषय पर खूब मंथन करें...
Ajit Kumar "Karn"
आजाद लब
आजाद लब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन मंथन पर सुन सखे,जोर चले कब कोय
मन मंथन पर सुन सखे,जोर चले कब कोय
Dr Archana Gupta
- Your family doesn't know how much difficulties and pressur
- Your family doesn't know how much difficulties and pressur
पूर्वार्थ
रिश्ता एक ज़िम्मेदारी
रिश्ता एक ज़िम्मेदारी
Dr fauzia Naseem shad
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
Ram Krishan Rastogi
हो जाती है साँझ
हो जाती है साँझ
sushil sarna
किरदार निभाना है
किरदार निभाना है
Surinder blackpen
"जन्मदिन"
ओसमणी साहू 'ओश'
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
MEENU SHARMA
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
Suryakant Dwivedi
लगते नये हो
लगते नये हो
Laxmi Narayan Gupta
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'
SPK Sachin Lodhi
*हम बीते युग के सिक्के (गीत)*
*हम बीते युग के सिक्के (गीत)*
Ravi Prakash
इश्क़—ए—काशी
इश्क़—ए—काशी
Astuti Kumari
हिंदी दोहे- पौधारोपण
हिंदी दोहे- पौधारोपण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
Chaahat
6. धारा
6. धारा
Lalni Bhardwaj
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
अंसार एटवी
माता रानी का भजन अरविंद भारद्वाज
माता रानी का भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
Loading...