जब मायके से जाती हैं परदेश बेटियाँ
जब मायके से जाती हैं परदेश बेटियाँ
ससुराल के ही पहनती हैं वेश बेटियाँ
लेकिन जड़ों से हो नहीं पातीं वो दूर हैं
देतीं हमेशा प्रेम का संदेश बेटियाँ
डॉ अर्चना गुप्ता
जब मायके से जाती हैं परदेश बेटियाँ
ससुराल के ही पहनती हैं वेश बेटियाँ
लेकिन जड़ों से हो नहीं पातीं वो दूर हैं
देतीं हमेशा प्रेम का संदेश बेटियाँ
डॉ अर्चना गुप्ता