जब मर्यादा टूटता है।
आज में एक ऐसी कहानी लिखने जा रही हूँ।जिसकी न शुरूआत सही थी और न ही अंत। क्योकि इस कहानी की शुरूआत प्यार पर नही बल्कि हवस पर टिकी हुई थी।इस कहानी मे न रिश्तो की मर्यादा थी और उम्र का ताल मेल। जब कहानी गलत पर टिकी हो तो अंत कैसे सही हो सकता है।यह कहानी कमली की है। एक अच्छा सा परिवार और तीन बच्चे । दो बेटी एक बेटा।एक मध्यम वर्गीय परिवार परन्तु सब कुछ भरा पुरा ।सब लोग खुशी से जीवन बिता रहे थे।
कमली के तीनों बच्चों की शादी हो गई थी।बिटिया अपने ससुराल मे रहती थी और बहु साथ रहती थी।पति और बेटा दोनो काम के सिलसिले मे बाहर रहता था।साल मे दो या तीन बार घर आया करता था। जब आता तो महीने भर रहकर जाता था।सब गाँव के अपने लोग थे इसलिए किसी तरह की कोई दिक्कत नही होती थी।पास मे ही एक दुकान था जिससे बरसो से कमली रोज अपने घर की रसोई का सामान लाती थी। पहले उस दुकान पर एक बुजुर्ग बैठता था।पर अब उससे दुकान सम्भल नही रहा था इसलिए उसका बेटा दुकान पर बैठने लगा था।बेटे की उम्र बीस साल के लगभग था।उसका नाम सोनू था।
हर दिन की तरह कमली सामान लाने आई तो उस दिन उसने बुजुर्ग आदमी की जगह सोनू को देखा।कमली ने उसका नाम पूछा और फिर उससे इधर-उधर की बात करने लगी।यह अब रोज का सिलसिला हो गया।धीरे -धीरे कमली को सोनू का साथ अच्छा लगने लगा ।जबकी कमली का उम्र पैंतालीस पार कर चुकी थी।उसका बेटा जिसकी शादी हो चुकी थी वह सोनू से दो साल बड़ा था।कमली देखने मे सुन्दर थी और वह सोनू को अपने जाल में फँसा रही थी।सोनू को भी अब कमली का साथ अच्छा लगने लगा था और वह दोनो काफी करीब आ चुके थे।इसकी भनक जब परिवार वालो को लगी तो काफी हो -हल्ला हुआ और फिर एक समझौते के साथ सब शांत हो गया।सोनू को भी काफी जिल्लत उठानी पड़ी इसलिए वह शांत होकर अपने काम मे लग गया था।लेकिन कमली शांत नहीं बैठी ।फिर पति और बेटे के जाने के बाद वह फिर से सोनू से मिलने आने लगी।पीछे के जिल्लत को देखकर सोनू अब कमली से कतराने लगा था।लेकिन कमली उसका पीछा ही नही छोड़ रही थी।वह बार-बार पुलिस के पास जाने के नाम पर या अन्य तरह की धमकी को देकर वह सोनू को अपने पास बुलाती। सोनू अब इस सब से परेशान रहने लगा था।एक दिन उसने ऐसा कदम उठाया जो उसके जिन्दगी को भी बर्बाद कर दिया।इस बार जब कमली द्वारा बुलाए जाने पर बड़े प्यार के साथ गया और साथ मे शराब का एक बोतल और एक ठंडा कोल्ड ड्रिंक और दो ग्लास लेकर गया।कमली कोल्ड ड्रिंक मे नशा की गोली मिलाकर दे दिया और फिर नशे की हालत मे शराब मे तेजाब की कुछ मात्रा मिलाकर कर कमली को पिला दिया और उसको वहीं छोड़कर भाग निकला।कुछ गांव वाले ने जब कमली को देखा तो चिल्लाया, जिससे काफी लोग जुट गए। सबने मिलकर कमली को अस्पताल लाया।पर कमली अपना दम तोड़ चुकी थी। पोस्टमार्टम होने पर पता चला उसे शराब मे तेजाब मिलाकर पिलाने के कारण शरीर का अंदरूनी पार्ट जल गया है।जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तो उसे ज्यादा समय नही लगा सोनू तक पहुंचने में।जल्द ही सोनू से सब बात पता चल गई। कोर्ट में भी सोनू ने अपना गुनाह कबुल किया और उसे उम्र कैद की सजा मिली। खास बात यह रही कि कमली के घरवालों ने सोनू पर शिकायत नही लिखवाया।इस तरह इस कहानी का अंत बहुत दुखद रहा।यह कहानी हमें बताता है रिश्तो मे जब मर्यादा टूटता है उसका परिणाम अच्छा नही होता है।
~अनामिका