जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
तब तब मुझे तन्हा कर जाती है
पूछता हूँ जब भी मैं पता तेरा
ख्वाबों में ही अपना आशियाना बताती है
जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
तब तब मुझे तन्हा कर जाती है
पूछता हूँ जब भी मैं पता तेरा
ख्वाबों में ही अपना आशियाना बताती है