Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2022 · 1 min read

जब भी ज़िक्र आया तेरा फंसानें में।

कुछ यादें आज भी जिन्दा है सीने में।
सदा ही रहेंगी ये जिंदगी भर जीने में।।1।।

जब गुजरे ज़मानें की बातें सताती हैं।
तो वक्ते जिंदगी कटती है मयखानें में।।2।।

एक हम थे जो तुमपे यूं मर मिटे थे।
तुम बेवफ़ा निकले रिश्ता निभानें में।।3।।

बातों-बातों में दिल गमज़ादा हुआ।
जब भी ज़िक्र आया तेरा फंसानें में।।4।।

तेरे अकीदे पर हम दिन रात ही रोए।
तुमको क्या मिला यूं दिल दुखानें में।।5।।

शम्मा निकली बेवफ़ा यूं मुहब्बत में।
पर मरकर इश्क निभाया परवानें नें।।6।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

1 Like · 206 Views
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

राही
राही
Vivek saswat Shukla
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
सत्य कुमार प्रेमी
वक्त को कौन बांध सका है
वक्त को कौन बांध सका है
Surinder blackpen
जब कोई कहे आप लायक नहीं हो किसी के लिए
जब कोई कहे आप लायक नहीं हो किसी के लिए
Sonam Puneet Dubey
3452🌷 *पूर्णिका* 🌷
3452🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
जला रहा हूँ ख़ुद को
जला रहा हूँ ख़ुद को
Akash Yadav
चोरी जिसका काव्य हो ,
चोरी जिसका काव्य हो ,
sushil sarna
sp59 हां हमको तमगे/ बिना बुलाए कहीं
sp59 हां हमको तमगे/ बिना बुलाए कहीं
Manoj Shrivastava
जय हो भारत देश हमारे
जय हो भारत देश हमारे
Mukta Rashmi
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
Dr. Man Mohan Krishna
■ आज का शेर शुभ-रात्रि के साथ।
■ आज का शेर शुभ-रात्रि के साथ।
*प्रणय*
आग लगी थी सीने में।
आग लगी थी सीने में।
Rj Anand Prajapati
मनु और मोदी
मनु और मोदी
ललकार भारद्वाज
सत्य का बल
सत्य का बल
Rajesh Kumar Kaurav
हिलोरे लेता है
हिलोरे लेता है
हिमांशु Kulshrestha
यही तो मजा है
यही तो मजा है
Otteri Selvakumar
"तुम्हें याद करना"
Dr. Kishan tandon kranti
अरे धर्म पर हंसने वालों
अरे धर्म पर हंसने वालों
Anamika Tiwari 'annpurna '
हे खुदा से प्यार जितना
हे खुदा से प्यार जितना
Swami Ganganiya
संस्कारी बच्चा-   Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
संस्कारी बच्चा- Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
Shubham Pandey (S P)
रामराज्य की काव्यात्मक समीक्षा
रामराज्य की काव्यात्मक समीक्षा
sushil sharma
उन्तालीस साल।
उन्तालीस साल।
Amber Srivastava
हिन्दी माई
हिन्दी माई
Sadanand Kumar
आपस में अब द्वंद है, मिलते नहीं स्वभाव।
आपस में अब द्वंद है, मिलते नहीं स्वभाव।
Manoj Mahato
लहरों पर होकर सवार!चलना नही स्वीकार!!
लहरों पर होकर सवार!चलना नही स्वीकार!!
Jaikrishan Uniyal
बच्चों का मेला
बच्चों का मेला
अरशद रसूल बदायूंनी
अपूर्णता में तेरे सम्पूर्णता न होगी
अपूर्णता में तेरे सम्पूर्णता न होगी
Dr fauzia Naseem shad
बड़े मासूम सवाल होते हैं तेरे
बड़े मासूम सवाल होते हैं तेरे
©️ दामिनी नारायण सिंह
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
World News
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।
Abhishek Soni
Loading...