*जब बेटी बड़ी हो जाती है …*
उछल कूद बंद हो जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
चंचलता पीछे छूट जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
हँसी भी नियमित हो जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
बोलने से पहले सोचने लग जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
हया गहना बन जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
गैर नजरों से डरने लग जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
भला बुरा सोचने लग जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
गति ठहराव बन जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।
कोमल कली फूल बन जाती है ।
जब बेटी बड़ी हो जाती है ।।