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8 May 2019 · 1 min read

जब धीरे धीरे उम्र बढती जायेगी

जब धीरे धीरे तुम्हरी उम्र बढती जायेगी |
इत्र की ख्श्बू की जगह आयोडेक्स की ख्श्बू आयेगी ||

कहता हूँ अब भी तुम मिल जाया करो |
ये घडिया लौट कर कभी नही आयेगी ||

अभी तो आँखों में नूर है बाकी |
फिर ख़ूबसूरती नजर नहीं आयेगी ||

अभी तो यार चलते है अपने साथ |
फिर हाथ में छड़ी ही नजर आयेगी ||

सुन लो आवाज अपने दोस्तों की |
फिर कानो में मशीन नजर आयेगी ||

हंस लो खिल खिलाकर आज तुम |
फिर तो नकली बत्तीसी नजर आयेगी ||

जब दोस्त बुलाये तुमको चले आओ |
फिर तो डाक्टरों की फ़ौज नजर आयेगी ||

समझ जाओ यारो,समझ जाओ यारो |
फिर ये जवानी नजर नहीं आयेगी ||

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 405 Views
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