Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2017 · 1 min read

जब चोट गहरी हो

बहुत बेचैन होती हैं
वो घडियां
जब चोट तो गहरी हो,
पर जख्म नजर न आता हो।
भीतर से कुछ
दरक रहा हो
पल पल ,
और ऊपर से
कर दिया गया हो प्लास्टर
मुस्कान का,
जिसमें हर टूटन,
हर दरार,
छुप गई हो।
जब अंदर कोई
चीख चीख कर
रोना चाहता हो,
लेकिन बाहर
घनघोर शांति हो,
बहुत ठंडी होती है
वो घडियां,
आंसुओं के अकाल की,
खुद से करते सवाल की,
मन की मद्धम चाल की,
खुद के होने के मलाल की…..
बहुत निर्णायक होती है
वो घडियां
जब किसी ने अंदर पकते हुए
जख्म को
नासूर बनाकर झेला हो….
जब कोई
टूटकर भी
दुनिया के इस मेले में
नितांत अकेला हो …..

Language: Hindi
1 Like · 429 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नए मुहावरे का चाँद
नए मुहावरे का चाँद
Dr MusafiR BaithA
माह सितंबर
माह सितंबर
Harish Chandra Pande
(19) तुझे समझ लूँ राजहंस यदि----
(19) तुझे समझ लूँ राजहंस यदि----
Kishore Nigam
Ram Mandir
Ram Mandir
Sanjay ' शून्य'
*एमआरपी (कहानी)*
*एमआरपी (कहानी)*
Ravi Prakash
मुसाफिर हैं जहां में तो चलो इक काम करते हैं
मुसाफिर हैं जहां में तो चलो इक काम करते हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
"अवसाद"
Dr Meenu Poonia
इंसान हूं मैं आखिर ...
इंसान हूं मैं आखिर ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
जंगल की होली
जंगल की होली
Dr Archana Gupta
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
💐प्रेम कौतुक-559💐
💐प्रेम कौतुक-559💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
डी. के. निवातिया
इश्क की गलियों में
इश्क की गलियों में
Dr. Man Mohan Krishna
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
VINOD CHAUHAN
जनक छन्द के भेद
जनक छन्द के भेद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
कवि दीपक बवेजा
"आशा" के कवित्त"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पुश्तैनी दौलत
पुश्तैनी दौलत
Satish Srijan
चेहरे का यह सबसे सुन्दर  लिबास  है
चेहरे का यह सबसे सुन्दर लिबास है
Anil Mishra Prahari
कि हम मजदूर है
कि हम मजदूर है
gurudeenverma198
भाड़ में जाओ
भाड़ में जाओ
ruby kumari
कोन ल देबो वोट
कोन ल देबो वोट
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
दीदी
दीदी
Madhavi Srivastava
3141.*पूर्णिका*
3141.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
त्यौहार
त्यौहार
Mukesh Kumar Sonkar
When you realize that you are the only one who can lift your
When you realize that you are the only one who can lift your
Manisha Manjari
■ #NETA को नहीं तो #NOTA को सही। अपना #VOTE ज़रूर दें।।
■ #NETA को नहीं तो #NOTA को सही। अपना #VOTE ज़रूर दें।।
*Author प्रणय प्रभात*
जग के जीवनदाता के प्रति
जग के जीवनदाता के प्रति
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...