Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2018 · 1 min read

जब थामा था तुने हाथ

अत्र-अत्र अहजान हुए जब थामा था तुने हाथ
वक्त भी मेरे साथ हुए जब थामा था तुने हाथ
यूँ तो लकीरों पर विश्वास न था मेरा
विश्वास से ही लकीरें बनी जब थामा था तुने हाथ।

त्रासना सागर में डूबता जा रहा था मैं
एक बेजोड़ डोर सी लगी जब थामा था तुने हाथ
आँसूओ को गिरते देखा था मैंने
जब छोड़ा था तुने एक हाथ।

फेरों में वादों से रचा था मेरा हाथ
वादों में सिर्फ मुस्कान थी जब थामा था तुने हाथ
लड़ लो चाहे जितना पर अब अश्क ना गिरेंगे
अश्क तब गिरेंगे जब अलविदा होंगे ये हाथ।

इज़्हार करना चाहता हूं अपने दिल की ये बात
अत्र-अत्र अहजान हुए जब थामा था तुने हाथ।

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 472 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
23/164.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/164.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी
एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी
शेखर सिंह
अंतर्मन
अंतर्मन
गौरव बाबा
रूपमाला
रूपमाला
डॉ.सीमा अग्रवाल
**** दर्द भरा मुक्तक *****
**** दर्द भरा मुक्तक *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
बिहार के रूपेश को मिला माँ आशा देवी स्मृति सम्मान और मुंशी प्रेमचंद शिरोमणि सम्मान
बिहार के रूपेश को मिला माँ आशा देवी स्मृति सम्मान और मुंशी प्रेमचंद शिरोमणि सम्मान
रुपेश कुमार
दोस्ती
दोस्ती
Dr.Pratibha Prakash
क्या खूब
क्या खूब
Dr fauzia Naseem shad
डूबता सुरज हूँ मैं
डूबता सुरज हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
खरगोश
खरगोश
SHAMA PARVEEN
सत्य की विजय हुई,
सत्य की विजय हुई,
Sonam Puneet Dubey
I Haven't A Single Things in My Life
I Haven't A Single Things in My Life
Ravi Betulwala
हुनर का मोल
हुनर का मोल
Dr. Kishan tandon kranti
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
Meera Thakur
“जागू मिथिलावासी जागू”
“जागू मिथिलावासी जागू”
DrLakshman Jha Parimal
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
कवि रमेशराज
करवा चौथ पर एक गीत
करवा चौथ पर एक गीत
मधुसूदन गौतम
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर घर एक तिरंगे जैसी
हर घर एक तिरंगे जैसी
surenderpal vaidya
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
Rj Anand Prajapati
Insaan badal jata hai
Insaan badal jata hai
Aisha Mohan
बेटी
बेटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कलयुग और सतयुग
कलयुग और सतयुग
Mamta Rani
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
डॉक्टर रागिनी
तुम्हारी मुस्कराहट
तुम्हारी मुस्कराहट
हिमांशु Kulshrestha
आदमी खरीदने लगा है आदमी को ऐसे कि-
आदमी खरीदने लगा है आदमी को ऐसे कि-
Mahendra Narayan
नज़र उतार देना
नज़र उतार देना
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
*धनतेरस पर स्वास्थ्य दें, धन्वंतरि भगवान (कुंडलिया)*
*धनतेरस पर स्वास्थ्य दें, धन्वंतरि भगवान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...