जब तेरा आँचल
जब तेरा आंचल मैला ही नहीं है
तो किसी के तीखे शब्दों की परवाह ही क्यों
जो नाव बीच मझधार डूब जाए
ऐसी नाव का सहारा ही क्यों
जब तेरा आंचल मैला ही नहीं है
तो किसी के तीखे शब्दों की परवाह ही क्यों
जो नाव बीच मझधार डूब जाए
ऐसी नाव का सहारा ही क्यों