जब तुम..💔💔
जब तुम चले गए, मेरी जिंदगी से खुशियों की लहरें उठना बंद हो गयीं,
मेरी हंसी का सारा सामान तुम्हारे साथ ही चला गया।
मैं अकेला रह गया, तन्हाई की घाटियों में उलझा हुआ,
तुम्हारी यादों के साए में जीता हुआ, जीता हुआ।
क्या करूं, कहाँ जाऊं, किससे कहूं मेरी तन्हाई की कहानी,
तुम्हारी यादों में भीगते हुए मैं सोता हूँ, सोता हूँ।
तुम्हारी मुस्कुराहट, तुम्हारी हंसी, तुम्हारी बातें, सब मेरे साथ हैं,
पर अब तुम्हारे साथ नहीं हूँ, तुम्हारे साथ नहीं हूँ।
दर्द का एहसास होता है, जब तुम्हारी यादें आती हैं,
जलती रहती है आँखें, जब तुम्हारी यादें आती हैं।
क्या करूं, कहाँ जाऊं, किससे कहूं मेरी तन्हाई की कहानी,
तुम्हारी यादों में भीगते हुए मैं सोता हूँ, सोता हूँ।
मेरी जिंदगी का सबसे हसीन पल, तुम्हारे साथ बिताया था,
पर अब वो पल भी मेरे पास नहीं है, मेरे पास नहीं है।
क्या करूं, कहाँ जाऊं, किससे कहूं मेरी तन्हाई की कहानी,
तुम्हारी यादों में भीगते हुए मैं सोता हूँ, सोता हूँ।
विशाल बाबू..