Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
1 Follower
Follow
Report this post
20 May 2024 · 1 min read
जब किनारे दिखाई देते हैं !
जब किनारे दिखाई देते हैं
सौ सहारे दिखाई देते हैं
Language:
Hindi
Like
Share
71 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वाभिमान की बात कर रहा,
Sanjay ' शून्य'
कितनी मासूम
हिमांशु Kulshrestha
।।
*प्रणय*
हल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
शब्द
Shashi Mahajan
You lived through it, you learned from it, now it's time to
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
बुर्जुर्ग सुरक्षित कैसे हों।
manorath maharaj
3541.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
Smriti Singh
Gratitude Fills My Heart Each Day!
R. H. SRIDEVI
आज की नारी
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
आनेवाला अगला पल कौन सा ग़म दे जाए...
Ajit Kumar "Karn"
लगता है अपने रिश्ते की उम्र छोटी ही रही ।
Ashwini sharma
परमूल्यांकन की न हो
Dr fauzia Naseem shad
मिट्टी है अनमोल
surenderpal vaidya
गुनाह लगता है किसी और को देखना
Trishika S Dhara
चंचल मन
Dinesh Kumar Gangwar
इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
Shayari
Sahil Ahmad
याद रखना...
पूर्वार्थ
तुम चंद्रछवि मृगनयनी हो, तुम ही तो स्वर्ग की रंभा हो,
SPK Sachin Lodhi
हार नहीं होती
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
रब के नादान बच्चे
Seema gupta,Alwar
*सपनों का बादल*
Poonam Matia
मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ
Dr Archana Gupta
ज़रा सी बात में रिश्तों की डोरी टूट कर बिखरी,
Neelofar Khan
Loading...