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16 Aug 2023 · 1 min read

जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर

जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों
तो उसे बताना ज़रूर
इश्क़ में अक्स कैसे बहाते हैं लड़के
ये दास्तान उसे सुनना ज़रूर

कैसे किसी माँ का बेटा
कई-कई रात नहीं सो पाते हैं
भूखा-प्यासा रहकर
तन्हाइयों में किसी को याद करते हैं

Exam होने के बावजूद भी
कैसे वो नहीं पढ़ते हैं
कॉपी पर लिखने कि बजाय
सिर्फ़ आँखों से अक्स गिरता हैं

कभी कोई इश्क में रोए
उसकी बातें सुनना ज़रूर
पर उसके आँसू ना पोछना
मगर!!! उसे गले से लगाना जरूर

जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों
तो उसे बताना ज़रूर
इश्क में अक्स बहाते हैं लड़के
ये दास्तान उसे सुनना ज़रूर!

The_dk_poetry

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