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15 Mar 2023 · 1 min read

प्रणय 10

जब उन्होंने मुझसे कहा-
तुम चांद हो मेरा!!
मेरे अंदर से आवाज आई –
मैंने सूरज की तरह स्वयं को जलाया है
तब जाकर मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं
कोई कैसे कह सकता है?? कि मैं उसकी रोशनी से चमकती हुं।।

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