Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Aug 2024 · 1 min read

*जब आयु साठ हो जाती है, वृद्धावस्था जब छाती है (राधेश्यामी छ

जब आयु साठ हो जाती है, वृद्धावस्था जब छाती है (राधेश्यामी छंद )
_______________________
जब आयु साठ हो जाती है, वृद्धावस्था जब छाती है
तब आमदनी बूढ़े तन के, फिर कहॉं हाथ में आती है
दो पैसे कमा नहीं पाना, यह जब होती मजबूरी है
सरकारी हो या निजी व्यक्ति, तब पेंशन बहुत जरूरी है

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

81 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
👌दावा या धावा?👌
👌दावा या धावा?👌
*प्रणय*
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास
Ravi Prakash
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
कवि रमेशराज
गौमाता की व्यथा
गौमाता की व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
!! परदे हया के !!
!! परदे हया के !!
Chunnu Lal Gupta
भाई की गरिमा न गिराइए
भाई की गरिमा न गिराइए
Sudhir srivastava
"एक सैर पर चलते है"
Lohit Tamta
मधुमास
मधुमास
Kanchan verma
त्याग
त्याग
Rambali Mishra
यह ज़िंदगी गुज़र गई
यह ज़िंदगी गुज़र गई
Manju Saxena
*आओ मिलकर नया साल मनाएं*
*आओ मिलकर नया साल मनाएं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गरीबी एक रोग
गरीबी एक रोग
Sunny kumar kabira
युग बदल गया
युग बदल गया
Rajesh Kumar Kaurav
4449.*पूर्णिका*
4449.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरे मेरे सपने
तेरे मेरे सपने
Dr. Rajeev Jain
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूज़ एंड थ्रो कंटेनर्स
यूज़ एंड थ्रो कंटेनर्स
ओनिका सेतिया 'अनु '
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
!!कोई थी!!
!!कोई थी!!
जय लगन कुमार हैप्पी
- मेरे अल्फाजो की दुनिया में -
- मेरे अल्फाजो की दुनिया में -
bharat gehlot
जगह-जगह पुष्प 'कमल' खिला;
जगह-जगह पुष्प 'कमल' खिला;
पंकज कुमार कर्ण
बंजारा हूं मैं...।
बंजारा हूं मैं...।
Kanchan Alok Malu
गुज़िश्ता साल
गुज़िश्ता साल
Dr.Wasif Quazi
"हिंदी साहित्य रत्न सम्मान - 2024" से रूपेश को नवाज़ा गया'
रुपेश कुमार
मुक्तक
मुक्तक
Rajesh Tiwari
Loading...