स्वयं के हित की भलाई
जब आदमी स्वयं के हित को पूरी तरह सुरक्षित कर अपना भला कर चुका होता है,तब दूसरे की सुरक्षा और भलाई की ओर भी उनका ध्यान जाना प्रारंभ हो जाता है।
Paras Nath Jha
जब आदमी स्वयं के हित को पूरी तरह सुरक्षित कर अपना भला कर चुका होता है,तब दूसरे की सुरक्षा और भलाई की ओर भी उनका ध्यान जाना प्रारंभ हो जाता है।
Paras Nath Jha