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2 Jul 2022 · 1 min read

जब आतीं तुम वर्षा रानी

जब आतीं तुम वर्षा रानी
झम झम झम बरसातीं पानी

काले काले मेघा लातीं
कड़क दामिनी भी चमकातीं
करतीं फिर अपनी मनमानी
जब आतीं तुम वर्षा रानी

झूमें तरुवर और लताएं
ठंडी ठंडी चलें हवाएं
हरियाली भी लिखे कहानी
जब आतीं तुम वर्षा रानी

छुप जाते जब सूरज प्यारे
लगते सुंदर सभी नज़ारे
रुत हो जाती बहुत सुहानी
जब आतीं तुम वर्षा रानी

लगा लगा मनमोहक छाते
लोग घरों से बाहर आते
धरा पहनती चूनर धानी
जब आतीं तुम वर्षा रानी

डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
4 Likes · 3 Comments · 337 Views
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