जन्मदिन की मंगलकामना
आज मेरी सुपुत्री का जन्म दिन है , इसलिए हृदय से उद्गमित एक छोटी-सी प्रस्तुति ÷-
तेरा जीवन हो सफल,
यशगान करे सम्पूर्ण अचल,
तू स्वस्थ्य रहे, दीर्घायु रहे,
काया तेरी हो निश्छल ।
जिस धरणी की तू ऋणी,
कृतज्ञ पुष्प खिलाती चल ।
रिपु असंख्य हो तू अकेली,
तू चट्टान शिखर बन जा अटल ।
रवि-मयंक सम भर कांति,
तिमिर भ्रांति मिटा तू सद पल ।
जलधि की तू कंचन धारा,
जीव-जगत को कर शीतल,
मन उपवन की तू सम्राज्ञी,
है तितली चित की चंचल।
करूँ याचना काली माँ से,
कृपा रखे सदा अचल ।
तेरा जीवन हो सफल,
यशगान करे सम्पूर्ण अचल ।
उमा झा