जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
धैर्य रख और कमियों को तू भुला दे
दफन हैं जो तेरे अंदर आग
उस आग से तू नाकामयाबी के समंदर को भी जला दे
जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
धैर्य रख और कमियों को तू भुला दे
दफन हैं जो तेरे अंदर आग
उस आग से तू नाकामयाबी के समंदर को भी जला दे