Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2021 · 1 min read

– जनसंख्या

बढ़ती यह जनसंख्या
पैदा कर रही अगिनत समस्या
बेरोजगारी और भुखमरी
साथ में माहमारी सुरसा भांति
मुंह खोल कर रहती खड़ी
स्वार्थी हो रहा इंसान
सबको अपनी-अपनी पड़ी
रोज जंगल कर साफ
महल बनाएं जाते हैं
प्रकृति से बेपरवाह
प्रदूषण फैलाते जाते हैं
अब भी देश में है
अज्ञानता और अशिक्षा के
चलते बेटे की चाहत में
जनसंख्या की वृद्धि करता
फिर धरा पर बढ़ता बोझ
मानव पढ़ लिख कुछ तो सोच
जनसंख्या वृद्धि को रोक
हम दो हमारे दो सिद्ध कर
जग जीवन को स्वर्ग बना।
-सीमा गुप्ता, अलवर

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 471 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धीरे _धीरे ही सही _ गर्मी बीत रही है ।
धीरे _धीरे ही सही _ गर्मी बीत रही है ।
Rajesh vyas
गोविंदा श्याम गोपाला
गोविंदा श्याम गोपाला
Bodhisatva kastooriya
मेरी फितरत ही बुरी है
मेरी फितरत ही बुरी है
VINOD CHAUHAN
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आदत न डाल
आदत न डाल
Dr fauzia Naseem shad
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
gurudeenverma198
परत दर परत
परत दर परत
Juhi Grover
"पंजे से पंजा लड़ाए बैठे
*प्रणय प्रभात*
दूर जाना था मुझसे तो करीब लाया क्यों
दूर जाना था मुझसे तो करीब लाया क्यों
कृष्णकांत गुर्जर
चंद फूलों की खुशबू से कुछ नहीं होता
चंद फूलों की खुशबू से कुछ नहीं होता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यूं कीमतें भी चुकानी पड़ती है दोस्तों,
यूं कीमतें भी चुकानी पड़ती है दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दरमियाँ
दरमियाँ
Dr. Rajeev Jain
🥀✍अज्ञानी की 🥀
🥀✍अज्ञानी की 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
होली
होली
Neelam Sharma
एक शकुन
एक शकुन
Swami Ganganiya
मेरे जिंदगी के मालिक
मेरे जिंदगी के मालिक
Basant Bhagawan Roy
नारी और चुप्पी
नारी और चुप्पी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जन्म दिवस
जन्म दिवस
Jatashankar Prajapati
बाल कविता: वर्षा ऋतु
बाल कविता: वर्षा ऋतु
Rajesh Kumar Arjun
THE B COMPANY
THE B COMPANY
Dhriti Mishra
*कागज़ कश्ती और बारिश का पानी*
*कागज़ कश्ती और बारिश का पानी*
sudhir kumar
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
बड़ा ही अजीब है
बड़ा ही अजीब है
Atul "Krishn"
"खुश रहिए"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
तेवर
तेवर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
Ravi Prakash
हाइकु
हाइकु
अशोक कुमार ढोरिया
लाइब्रेरी के कौने में, एक लड़का उदास बैठा हैं
लाइब्रेरी के कौने में, एक लड़का उदास बैठा हैं
The_dk_poetry
Loading...