जनता ज़िंदाबाद हो गईल
जनता ज़िंदा लाश हो गईल,
घोड़वन स के घास हो गईल.
जिनगी सब के झंड बनल बा,
नेतवन के घमंड चढ़ल बा.
जनधन योजना सबकर
घर के धनवा धो गईल.
बीए एमे बीएड एल एल
सब एक्के दलदल में हेलल
पढ़ल – लिखल पर अनपढ़
स के राज हो गईल.
जनता ज़िंदाबाद हो गईल!!!