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11 Sep 2022 · 1 min read

जनता के कवि

एहतिज़ाजी मुज़ाहिरों के लिए लिखता हूं!
मैं इंकलाबी तहरीकों के लिए लिखता हूं!!
अपने वक़्त के जलते हुए सवालों को लेकर
मैं सियासती जलसों के लिए लिखता हूं!!
#जनवादी #अंबेडकरवादी #विद्रोहीकवि #इंकलाबी #क्रांतिकारी #प्रदर्शन #हक़ #गीतकार #बागी #प्रतिरोध #आंदोलन

Language: Hindi
96 Views
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