Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2022 · 1 min read

जनता की हालत

यहां कोई दल
व्यक्ति-पूजा में
लीन है!
तो कोई दल
मूर्ति-पूजा में
तल्लीन है!!
भले कोई आए
चाहे जाए
लेकिन!
जनता की हालत
ढाक के पात
तीन है!!
Shekhar Chandra Mitra
#जनतंत्र #संविधान #इंकलाब #public
#बगावत #विपक्ष #सत्ता #लोकतंत्र #हक़

Language: Hindi
128 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

**प्याला जहर का हमें पीना नहीं**
**प्याला जहर का हमें पीना नहीं**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नुक्ते के दखल से रार–प्यार/ मुसाफ़िर बैठा
नुक्ते के दखल से रार–प्यार/ मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
दीदार
दीदार
Dipak Kumar "Girja"
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
shabina. Naaz
लम्बी लम्बी श्वासें
लम्बी लम्बी श्वासें
Minal Aggarwal
कर दो मेरे शहर का नाम
कर दो मेरे शहर का नाम "कल्पनाथ"
Anand Kumar
माचिस उनके जेब की
माचिस उनके जेब की
RAMESH SHARMA
बेजुबान और कसाई
बेजुबान और कसाई
मनोज कर्ण
खूब रोया अटल हिज्र में रात भर
खूब रोया अटल हिज्र में रात भर
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
"Multi Personality Disorder"
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ज्ञान
ज्ञान
Rambali Mishra
तुझमें वो क्या
तुझमें वो क्या
Chitra Bisht
"आइडिया"
Dr. Kishan tandon kranti
सेल्फी या सेल्फिश
सेल्फी या सेल्फिश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मायूस
मायूस
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
ज़िन्दगी के सीधे सपाट रास्ते बहुत लंबी नहीं होती,
ज़िन्दगी के सीधे सपाट रास्ते बहुत लंबी नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
प्राप्त हो जिस रूप में
प्राप्त हो जिस रूप में
Dr fauzia Naseem shad
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऐसा एक भारत बनाएं
ऐसा एक भारत बनाएं
नेताम आर सी
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रेम में राग हो तो
प्रेम में राग हो तो
हिमांशु Kulshrestha
2122 1212 22112
2122 1212 22112
SZUBAIR KHAN KHAN
मस्तमौला
मस्तमौला
Sudhir srivastava
इश्क़ में कोई
इश्क़ में कोई
लक्ष्मी सिंह
*वीणा के स्वर मन में गूॅंजें, जीवन में सुर लय ताल रहे (राधेश
*वीणा के स्वर मन में गूॅंजें, जीवन में सुर लय ताल रहे (राधेश
Ravi Prakash
कोई भी मजबूरी मुझे लक्ष्य से भटकाने में समर्थ नहीं है। अपने
कोई भी मजबूरी मुझे लक्ष्य से भटकाने में समर्थ नहीं है। अपने
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एक बार हीं
एक बार हीं
Shweta Soni
अगर आपके पैकेट में पैसा हो तो दोस्ती और रिश्तेदारी ये दोनों
अगर आपके पैकेट में पैसा हो तो दोस्ती और रिश्तेदारी ये दोनों
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...