Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2021 · 1 min read

जनता का कवि

जो करे सत्ता की जय-जयकार!
वह ना तो कवि ना ही पत्रकार!!
कैसे फटता नहीं कलेजा उसका
सुनकर भी जनता का हाहाकार!!
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीकविता #अवामीशायरी

Language: Hindi
1 Like · 409 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रक़्श करतें हैं ख़यालात मेरे जब भी कभी..
रक़्श करतें हैं ख़यालात मेरे जब भी कभी..
Mahendra Narayan
ये जो दुनियादारी समझाते फिरते हैं,
ये जो दुनियादारी समझाते फिरते हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
Rekha khichi
वो कहते हैं की आंसुओ को बहाया ना करो
वो कहते हैं की आंसुओ को बहाया ना करो
The_dk_poetry
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Gone
Gone
*Author प्रणय प्रभात*
* किधर वो गया है *
* किधर वो गया है *
surenderpal vaidya
ना जाने क्यों...?
ना जाने क्यों...?
भवेश
खुशियों का बीमा
खुशियों का बीमा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रेम और घृणा दोनों ऐसे
प्रेम और घृणा दोनों ऐसे
Neelam Sharma
फिर भी तो बाकी है
फिर भी तो बाकी है
gurudeenverma198
16---🌸हताशा 🌸
16---🌸हताशा 🌸
Mahima shukla
*सुभान शाह मियॉं की मजार का यात्रा वृत्तांत (दिनांक 9 मार्च
*सुभान शाह मियॉं की मजार का यात्रा वृत्तांत (दिनांक 9 मार्च
Ravi Prakash
"परोपकार के काज"
Dr. Kishan tandon kranti
परिपक्वता
परिपक्वता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
चाय में इलायची सा है आपकी
चाय में इलायची सा है आपकी
शेखर सिंह
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
Sahil Ahmad
झोली मेरी प्रेम की
झोली मेरी प्रेम की
Sandeep Pande
जीवन में उन सपनों का कोई महत्व नहीं,
जीवन में उन सपनों का कोई महत्व नहीं,
Shubham Pandey (S P)
चुनाव
चुनाव
Mukesh Kumar Sonkar
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
Rajendra Kushwaha
हॅंसी
हॅंसी
Paras Nath Jha
फिर कब आएगी ...........
फिर कब आएगी ...........
SATPAL CHAUHAN
********* बुद्धि  शुद्धि  के दोहे *********
********* बुद्धि शुद्धि के दोहे *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
निभा गये चाणक्य सा,
निभा गये चाणक्य सा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2991.*पूर्णिका*
2991.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भूल कर
भूल कर
Dr fauzia Naseem shad
प्यार की स्टेजे (प्रक्रिया)
प्यार की स्टेजे (प्रक्रिया)
Ram Krishan Rastogi
मेरा प्यारा भाई
मेरा प्यारा भाई
Neeraj Agarwal
Loading...