जनता कर्फ़्यू
आज्ञाकारी लोग हम , घर में बैठे आज।
नियम मान सब कर रहे , देशप्रेम का काज।।
ताली थाली शंख ध्वनि , करे रोग उपचार।
सात द्वार मन खोल के , क्षमता भरे अपार।।
लड़ें लड़ाई मिल सभी , हो कोरोना हार।
भागेगा ये दुम दबा , आए ना फिर द्वार।।
सावधान अब जन रहें , स्वच्छ धरा मन एक।
सामाजिक दूरी निभा , करें कर्म सब नेक।।
साफ़ सफ़ाई ध्यान धर , रहें रात. दिन लोग।
जीवन होगा मौज का , आएंगे ना रोग।।
संकट की है ये घड़ी , होना मत भयभीत।
मिलकर जब संघर्ष हो , होगी निश्चित जीत।।
विनती ईश्वर नेक से , प्रीतम की सौ बार।
कोरोना के रोग से , बचा रहे हर द्वार।।
बारह घंटे स्थान इक , कोरोना का दौर।
चौदह का कर्फ़्यू लगा , होगा न किसी और।।
मोदीजी की सोच को , सबका रहे सलाम।
जनता कर्फ़्यू ये लगा , किया बड़ा है काम।।
टूटेगी जब शृंखला , कोरोना हो दूर।
पहले जैसा देखिए , फिर भारत का नूर।।
–आर.एस.प्रीतम