जज्बात
काली अंधेरी जैसी भी रात रहे
दिल चाहता है बस तु मेरे साथ रहे
रीत ना सही ,बनके तू मेरे मीत रहे
दुखों के सरगम में,सुरीली तू संगीत रहे
तेरे साँचे में ढल सकूं, ऐसी वो बात रहे
दिल में बस तेरे प्रेम का,खूबसूरत जज्बात रहे
खुशियों की हो चाशनी, होठों में मुस्कान रहे
जब तू हो मेरे पास ,खुशियों की बरसात रहे