जग में उजास फैले
१६/१०/२३
छंद – ईश ( वर्णिक )
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सूत्र – स ज गुरु गुरु
मापनी – 112 121 22
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इजरायल के संदर्भ में सृजित
दिखता नहीं उजाला।
अब खत्म हो बवाला।।
यह हो रहा अंधेरा।
अब हो यहां सवेरा।।
हर ओर शांति आये।
दुनिया खुशी मनाये।।
अब हो न युद्ध कोई।
हमने स्व जान खोई।।
मन से कुभाव भागे।
अब प्रेम भाव जागे।।
दिल हों सभी उजैले।
जग में उजास फैले। ।।
🙏अटल मुरादाबादी 🙏