जगन्नाथ जी ( कुंडलिया )
जगन्नाथ जी ( कुंडलिया )
——————————————–
भाई और बहन सदा ,रिश्ते में अमरत्व
जगन्नाथ जी का यही ,सबसे पावन तत्व
सबसे पावन तत्व ,कृष्ण इन संग विराजे
अटल यही परिवार ,गूँजते गाजे-बाजे
कहते रवि कविराय ,पुरी ने महिमा गाई
दर्शन बड़ा अनूप ,बहन एवं दो भाई
———————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451