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30 Nov 2020 · 1 min read

जगत सगरा नानक दा है

तेरा मेरा की करदे हो,
जगत सगरा नानक दा है
प्रीत करो हिल मिल के रहो,
कथन प्यारा नानक दा है

Language: Hindi
456 Views
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Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
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