Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2022 · 1 min read

जगत पराया प्रीत पराई

लोग तुम्हारी हंसी उड़ाएं बिल्कुल भी घबराना ना
वक्त अगर ना साथ दे तेरा पिछे कदम हटाना ना
अच्छा मांझी नाव कभी बीच मझधार नहीं छोड़ेगा
विकट समय में रख हौंसला अपने हौंस गंवाना ना
जगत पराया और प्रीत पराई कोई नहीं यहां अपना
झूठे हैं सुनो सब रिश्ते नाते व्यर्थ में अश्क बहाना ना
नहीं बैठना खाली यूं ही हाथ पे रखकर हाथ कभी
लिखो अपने कर्म खुद ही’विनोद’से दिल बहलाना ना

Language: Hindi
1 Like · 91 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
मेरी समझ में आज तक
मेरी समझ में आज तक
*प्रणय प्रभात*
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
अपनी तस्वीरों पर बस ईमोजी लगाना सीखा अबतक
अपनी तस्वीरों पर बस ईमोजी लगाना सीखा अबतक
ruby kumari
बेईमानी का फल
बेईमानी का फल
Mangilal 713
" धेले में "
Dr. Kishan tandon kranti
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
Ravi Prakash
"बेज़ारे-तग़ाफ़ुल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
- मर चुकी इंसानियत -
- मर चुकी इंसानियत -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दुकान वाली बुढ़िया
दुकान वाली बुढ़िया
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दिलबर दिलबर
दिलबर दिलबर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुझको जीने की सजा क्यूँ मिली है ऐ लोगों
मुझको जीने की सजा क्यूँ मिली है ऐ लोगों
Shweta Soni
"रात यूं नहीं बड़ी है"
ज़ैद बलियावी
Quote Of The Day
Quote Of The Day
Saransh Singh 'Priyam'
दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये।
दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये।
Anil Mishra Prahari
नदियां
नदियां
manjula chauhan
शायरी-संदीप ठाकुर
शायरी-संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
बस गया भूतों का डेरा
बस गया भूतों का डेरा
Buddha Prakash
मेघ गोरे हुए साँवरे
मेघ गोरे हुए साँवरे
Dr Archana Gupta
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
डी. के. निवातिया
बिन बोले ही  प्यार में,
बिन बोले ही प्यार में,
sushil sarna
उसकी खामोशियों का राज़ छुपाया मैंने।
उसकी खामोशियों का राज़ छुपाया मैंने।
Phool gufran
देश खोखला
देश खोखला
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Little Things
Little Things
Dhriti Mishra
मंदिर बनगो रे
मंदिर बनगो रे
Sandeep Pande
2382.पूर्णिका
2382.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ज़िन्दगी में
ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
शिक्षक और शिक्षा के साथ,
शिक्षक और शिक्षा के साथ,
Neeraj Agarwal
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...