जगत के स्वामी
शिव की आराध्य भक्त
जो करे तन मन से पूजा
उसकी हर एक मन्नत
होती पूर्ण इस जगत में ।
तीनों लोकों के स्वामी
शिव ही हैं इस जग में
इनका आराध्य हर पंथी
खुशहाल रहता जग में ।
जिनके हस्त में रहते हय
सदा डमरू, त्रिशूल सवार
जिनके शिरोधरा में हमेशा
रहते भुजंग सदा विराजमान ।
जिनके सुत दो इस जग में
जिनका नाम गणेश, कार्तिक
आराध्य जिसकी थी भवानी
वही इस जगत स्वामी ।