जख्म पुराने कुरेदते हैं लोग अक्सर
क्या हाल हैं तुम्हारे, वे पूछते हैं अक्सर
रखा करते हैं, दुखती रग पर हाथ अक्सर
हालात कितने भी गंभीर हों, नहीं मतलब
मजा तो ले ही लेते हैं, कुछ लोग अक्सर
गलती नहीं है उनकी, जमाने का दोष है
किसी के दर्द में, खुशियां तलाशते अक्सर
सुरेश क्या कहूं मैं, तारीफ में अपनों की
जख्म पुराने कुरेदते हैं, लोग अक्सर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी