जंग ए करोना
भले आए जितनी भी जानलेवा लहरें ,
हमें हर लहर से पार उतरना ही होगा ।
बेशक चाहे जितने भी बड़े तूफान आए ,
हमें चट्टान बनकर उनसे टकराना होगा ।
हम मनु की संताने है कैसे मान जाए हार ,
आखरी सांस तक ये होंसला बनाना होगा ।
कुछ हिदायतों और नियमों का पालन कर,
अपनो की/ खुद की हिफाजत करना होगा ।
हालात हमेशा एक जैसे नहीं रहा करते है ,
वक्त बदलेगा और इसे बदलना ही होगा ।
पीठ दिखाना कायरता है इस जंगे मैदान में,
इंसानियत के दुश्मन को शिकस्त देना होगा।
चाहे जितनी लहरें आएं इस मौत के समुंदर से,
ईश्वर का सहारा और हिम्मत से पार करना होगा।
हमारी हिम्मत और बहादुरी की दाद देगा जहां,
मगर हमें दुनिया की एक मिसाल तो बनना होगा ।