जंगल का राजा मार दिया
जंगल का राजा मार दिया, सारा जंगल उजाड़ दिया
मार दिया रैयत को सारी, उजड़ गई मेरी फुलबारी
क्यों पागल सा भाग रहा, खुद पांव कुल्हाड़ी मार रहा
पशुपक्षी जलजंगल जमीन,अस्तित्व आदमी मिटा रहा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जंगल का राजा मार दिया, सारा जंगल उजाड़ दिया
मार दिया रैयत को सारी, उजड़ गई मेरी फुलबारी
क्यों पागल सा भाग रहा, खुद पांव कुल्हाड़ी मार रहा
पशुपक्षी जलजंगल जमीन,अस्तित्व आदमी मिटा रहा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी