Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2019 · 1 min read

जंगली कौन

जंगली कौन

कितना भाग्यशाली था
आदिमानव
तब न कोई अगङा था
न कोई पिछङा था
हिन्दू-मुसलमान का
न कोई झगङा था
छूत-अछूत का
न कोई मसला था
अभावग्रस्त जीवन चाहे
लाख मजबूर था
पर धरने-प्रदर्शनों से
कोसों दूर था
कन्या भ्रूण-हत्या का
पाप नहीं था
किसी ईश्वर-अल्लाह का
जाप नहीं था
न भेदभावकारी
वर्णव्यवस्था थी
मानव जीवन की वो
मूल अवस्था थी
मूल मानव को
जंगली कहने वालो
जंगली कौन है
पता लगा लो

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
साकार आकार
साकार आकार
Dr. Rajeev Jain
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
Sonam Puneet Dubey
मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा
मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा
VINOD CHAUHAN
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*कुल मिलाकर आदमी मजदूर है*
*कुल मिलाकर आदमी मजदूर है*
sudhir kumar
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
"समय क़िस्मत कभी भगवान को तुम दोष मत देना
आर.एस. 'प्रीतम'
दगा बाज़ आसूं
दगा बाज़ आसूं
Surya Barman
मेहनत
मेहनत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
Paras Nath Jha
गोरा है वो फिर भी काला लगता है।
गोरा है वो फिर भी काला लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
आकाश महेशपुरी
गुरु का महत्व
गुरु का महत्व
Indu Singh
Forget and Forgive Solve Many Problems
Forget and Forgive Solve Many Problems
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
हार नहीं, हौसले की जीत
हार नहीं, हौसले की जीत
पूर्वार्थ
4385.*पूर्णिका*
4385.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Those who pass through the door of the heart,
Those who pass through the door of the heart,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
"कहीं तुम"
Dr. Kishan tandon kranti
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
Umender kumar
मेरी माँ
मेरी माँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
सकट चौथ की कथा
सकट चौथ की कथा
Ravi Prakash
*ਮਾੜੀ ਹੁੰਦੀ ਨੀ ਸ਼ਰਾਬ*
*ਮਾੜੀ ਹੁੰਦੀ ਨੀ ਸ਼ਰਾਬ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आमंत्रण और निमंत्रण में क्या अन्तर होता है
आमंत्रण और निमंत्रण में क्या अन्तर होता है
शेखर सिंह
◆धर्म-गीत
◆धर्म-गीत
*प्रणय प्रभात*
आप शिक्षकों को जिस तरह से अनुशासन सिखा और प्रचारित कर रहें ह
आप शिक्षकों को जिस तरह से अनुशासन सिखा और प्रचारित कर रहें ह
Sanjay ' शून्य'
कवियों की कैसे हो होली
कवियों की कैसे हो होली
महेश चन्द्र त्रिपाठी
क्यों दोष देते हो
क्यों दोष देते हो
Suryakant Dwivedi
सत्य की खोज, कविता
सत्य की खोज, कविता
Mohan Pandey
मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ..
मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ..
Shweta Soni
Loading...