छोड़ तो आये गांव इक दम सब-संदीप ठाकुर
छोड़ तो आये गांव इक दम सब
पर जड़ें अपनी भूले कब हम सब
फूलते हैं किवाड़ बारिश में
कट के भी पेड़ में हैं मौसम सब
संदीप ठाकुर
छोड़ तो आये गांव इक दम सब
पर जड़ें अपनी भूले कब हम सब
फूलते हैं किवाड़ बारिश में
कट के भी पेड़ में हैं मौसम सब
संदीप ठाकुर