छोटी सी बात
सोच को बदल कर…….आगे बढ़,
मिटा जात -पात के फर्क….आगे बढ़।
मानव धर्म से बड़ा नहीं कोई धर्म,
जला मशाल ज्ञान की,
बुझे ना कोई दीप ……आगे बढ़।
लोहे को
लोहा है काटता,
बन सुरक्षा कवच ..मदद कर……आगे बढ़।
✍©अरुणा डोगरा शर्मा
सोच को बदल कर…….आगे बढ़,
मिटा जात -पात के फर्क….आगे बढ़।
मानव धर्म से बड़ा नहीं कोई धर्म,
जला मशाल ज्ञान की,
बुझे ना कोई दीप ……आगे बढ़।
लोहे को
लोहा है काटता,
बन सुरक्षा कवच ..मदद कर……आगे बढ़।
✍©अरुणा डोगरा शर्मा