Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

बड़ी मीठी थी

छोटा था तो मम्मी ने
भूख नही लगी कहने पे
आटे सने हुए हाथ से
प्यार से थप्पड़ मारा था
वो मार बड़ी मीठी थी ।
अपनी उदारता से फलीभूत
फल गिरा था धरा पर
अंत था उसका मगर
बीज का प्रारंभ था
वो हार बड़ी मीठी थी।
नए पथ का नाप लेने
पथ पुराना त्यागकर के
अंत की पुकार सुनकर
श्वास छोड़ मोक्ष पाया
वो पुकार बड़ी मीठी थी।

© अभिषेक पाण्डेय अभि

18 Likes · 1 Comment · 133 Views

You may also like these posts

साँस-साँस में घुला जहर है।
साँस-साँस में घुला जहर है।
Poonam gupta
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*बचिए व्यर्थ विवाद से, उपजाता यह क्लेश (कुंडलिया)*
*बचिए व्यर्थ विवाद से, उपजाता यह क्लेश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
स्त्री का तो बस चरित्र ही नहीं
स्त्री का तो बस चरित्र ही नहीं
Juhi Grover
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
दो सीमा है
दो सीमा है
Varun Singh Gautam
"गुलशन"
Dr. Kishan tandon kranti
हमसफ़र नहीं क़यामत के सिवा
हमसफ़र नहीं क़यामत के सिवा
Shreedhar
दर्द उसे होता है
दर्द उसे होता है
Harminder Kaur
सभी कहने को अपने हैं मगर फिर भी अकेला हूँ।
सभी कहने को अपने हैं मगर फिर भी अकेला हूँ।
Sunil Gupta
ख्वाब एक टूटा...
ख्वाब एक टूटा...
Vivek Pandey
*वक़्त का एहसान*
*वक़्त का एहसान*
Pallavi Mishra
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
Ranjeet kumar patre
मजाक दुनिया के कुछ भाएं कुछ न भाएँ हैं।
मजाक दुनिया के कुछ भाएं कुछ न भाएँ हैं।
Priya princess panwar
सही सलामत आपकी, गली नही जब दाल
सही सलामत आपकी, गली नही जब दाल
RAMESH SHARMA
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*प्रणय*
संविधान
संविधान
लक्ष्मी सिंह
ऐसा तो हमने कभी सोचा नहीं
ऐसा तो हमने कभी सोचा नहीं
gurudeenverma198
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
यहां कुछ भी स्थाई नहीं है
यहां कुछ भी स्थाई नहीं है
शेखर सिंह
जो कण कण में हर क्षण मौजूद रहता है उसे कृष्ण कहते है,जो रमा
जो कण कण में हर क्षण मौजूद रहता है उसे कृष्ण कहते है,जो रमा
Rj Anand Prajapati
कुछ नहीं बचेगा
कुछ नहीं बचेगा
Akash Agam
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
Tushar Jagawat
हौसलों की उड़ान जो भरते हैं,
हौसलों की उड़ान जो भरते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
देवघर मरघट में
देवघर मरघट में
श्रीहर्ष आचार्य
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
पंकज परिंदा
अब भी वही तेरा इंतजार करते है
अब भी वही तेरा इंतजार करते है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
एक चंचल,बिंदास सी छवि थी वो
एक चंचल,बिंदास सी छवि थी वो
Vaishaligoel
Loading...