छू लेगा बुलंदी को तेरा वजूद अगर तुझमे जिंदा है
छू लेगा बुलंदी को, तेरा वजूद अगर तुझमे जिंदा है
इन मुश्किलों से क्या डरना वक़्त तो एक परिंदा है
⚪️ ‘अशांत’ शेखर
07/02/2023
छू लेगा बुलंदी को, तेरा वजूद अगर तुझमे जिंदा है
इन मुश्किलों से क्या डरना वक़्त तो एक परिंदा है
⚪️ ‘अशांत’ शेखर
07/02/2023