छुक छुक गाड़ी
हाथ पकड़ कर हमने भाई
छुक छुक करती रेल बनाई
ड्राइवर जी इंजन में बैठे
चले मगर कुछ ऐंठे ऐंठे
गार्ड हरी झंडी ले आया
जोर जोर से उसे हिलाया
इंजन ने फिर मारी सीटी
डिब्बों में भी आया टीटी
बिना टिकट वालों को पकड़ा
खूब हुआ फिर उनमें झगड़ा
वेंडर से खाना मंगवाया
झूठ मूठ का सबने खाया
इतने में ही मम्मी आई
बोली चलकर करो पढ़ाई
18-04-2018
डॉ अर्चना गुप्ता