Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2023 · 1 min read

छाया धुंध का राज गगन में

छाया धुँध का राज गगन में
फैला विष है आज चमन में
तरुवर पात सभी मुरझाये
मानों झुलसे बड़ी अगन में ।

झूठे बोल कुहासा आया
उसने घेरी भोर अकड़़ में
भूमंडल में घुटती साँसें
शुद्ध हवा अब नहीं पकड़ में ।

धूल धुएँ के कण मंडराते
करते ऊधम गाँव नगर में
दमा अस्थमा खाँसी टी बी
आ जाते हम मनुज भँवर में ।

सभी दिशाएँ धुँधलायी सी
हुई साँझ बीमार पहर में
रूप सिंदूरी कहाँ खो गया
लोभ मोह की सुखद लहर में ।

सुरसा सी बढ़ती इच्छाएँ
लेशमात्र भी नहीं ठहर में
जानबूझ अनजान बने सब
बहक रहे हैं नयी बहर में ।

गाड़ी ए सी अब घर घर में
इनके बिना न शान शहर में
रूप यही भौतिक विकास का
खुश हैं हम दो घूँट ज़हर में ।

डॉ रीता सिंह
चन्दौसी ,सम्भल

Language: Hindi
1 Like · 193 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rita Singh
View all
You may also like:
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
Ajay Kumar Vimal
"बोली-दिल से होली"
Dr. Kishan tandon kranti
अब खयाल कहाँ के खयाल किसका है
अब खयाल कहाँ के खयाल किसका है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
माय
माय
Acharya Rama Nand Mandal
🙏आप सभी को सपरिवार
🙏आप सभी को सपरिवार
Neelam Sharma
आमंत्रण और निमंत्रण में क्या अन्तर होता है
आमंत्रण और निमंत्रण में क्या अन्तर होता है
शेखर सिंह
पल भर फासला है
पल भर फासला है
Ansh
श्याम-राधा घनाक्षरी
श्याम-राधा घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
मै नर्मदा हूं
मै नर्मदा हूं
Kumud Srivastava
आहत हो कर बापू बोले
आहत हो कर बापू बोले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
gurudeenverma198
अपनी कद्र
अपनी कद्र
Paras Nath Jha
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
Madhuyanka Raj
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
SPK Sachin Lodhi
"Let us harness the power of unity, innovation, and compassi
Rahul Singh
गल्तफ़हमी है की जहाँ सूना हो जाएगा,
गल्तफ़हमी है की जहाँ सूना हो जाएगा,
_सुलेखा.
If you do things the same way you've always done them, you'l
If you do things the same way you've always done them, you'l
Vipin Singh
पवित्रता की प्रतिमूर्ति : सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना*
पवित्रता की प्रतिमूर्ति : सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना*
Ravi Prakash
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
पूर्वार्थ
दिल को दिल से खुशी होती है
दिल को दिल से खुशी होती है
shabina. Naaz
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
सबक
सबक
manjula chauhan
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
VINOD CHAUHAN
2306.पूर्णिका
2306.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी का मुसाफ़िर
जिंदगी का मुसाफ़िर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्रेम दिवानों  ❤️
प्रेम दिवानों ❤️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पवित्र मन
पवित्र मन
RAKESH RAKESH
Loading...