Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2024 · 1 min read

*छाई है छवि राम की, दुनिया में चहुॅं ओर (कुंडलिया)*

छाई है छवि राम की, दुनिया में चहुॅं ओर (कुंडलिया)
__________________________
छाई है छवि राम की, दुनिया में चहुॅं ओर
राम-लहर अब चल रही, कहीं ओर कब छोर
कहीं ओर कब छोर, जन्म-भू राम विराजे
बजते ढोल-मृदंग, बज रहे तबले-बाजे
कहते रवि कविराय, तीर्थ नगरी मुस्काई
लौटी फिर से शान,अयोध्या की छवि छाई
————————
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण
Raju Gajbhiye
" तलब "
Dr. Kishan tandon kranti
काव्य में विचार और ऊर्जा
काव्य में विचार और ऊर्जा
कवि रमेशराज
कोई हादसा भी ज़रूरी है ज़िंदगी में,
कोई हादसा भी ज़रूरी है ज़िंदगी में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यें लो पुस्तकें
यें लो पुस्तकें
Piyush Goel
सत्य की खोज
सत्य की खोज
लक्ष्मी सिंह
श्रम साधिका
श्रम साधिका
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
रूबरू।
रूबरू।
Taj Mohammad
प्रदूषण-जमघट।
प्रदूषण-जमघट।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बचपन में थे सवा शेर
बचपन में थे सवा शेर
VINOD CHAUHAN
पत्थर - पत्थर सींचते ,
पत्थर - पत्थर सींचते ,
Mahendra Narayan
हनुमत पूंछ चूमता देखा, रावण सोचा पूंछ है प्यारी। आग लगा दो प
हनुमत पूंछ चूमता देखा, रावण सोचा पूंछ है प्यारी। आग लगा दो प
Sanjay ' शून्य'
As I grow up I realized that life will test you so many time
As I grow up I realized that life will test you so many time
पूर्वार्थ
सीता रामम
सीता रामम
Rj Anand Prajapati
सास खोल देहली फाइल
सास खोल देहली फाइल
नूरफातिमा खातून नूरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
तुम्हे वक्त बदलना है,
तुम्हे वक्त बदलना है,
Neelam
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
सुंदर विचार
सुंदर विचार
Jogendar singh
वक्त, बेवक्त मैं अक्सर तुम्हारे ख्यालों में रहता हूं
वक्त, बेवक्त मैं अक्सर तुम्हारे ख्यालों में रहता हूं
Nilesh Premyogi
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
कृष्णकांत गुर्जर
उकेर गई
उकेर गई
sushil sarna
Since morning
Since morning
Otteri Selvakumar
कोशिशों की न पूछ कुछ हमसे,
कोशिशों की न पूछ कुछ हमसे,
Dr fauzia Naseem shad
युवा शक्ति
युवा शक्ति
संजय कुमार संजू
जीवन दर्शन मेरी नजर से ...
जीवन दर्शन मेरी नजर से ...
Satya Prakash Sharma
You call out
You call out
Bidyadhar Mantry
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
4449.*पूर्णिका*
4449.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अध्याय 6*
*अध्याय 6*
Ravi Prakash
Loading...