छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
अटल जी का भीष्म प्रतिज्ञा
काम किया जी भारी।
स्वतंत्र राज्य बन बैठी
मोर छत्तीसगढ़ महतारी।।
राष्ट्रपति अब्दुल कलाम बोले
जय जय छत्तीसगढ़ के माटी।
स्वर्ग सम है दृश्य यहां के
पर्वत पहाड़ के है सुंदर घाटी ।।
स्वतंत्र राज्य हेतु सम्पदा बहूत है
विकास होगा भारी।
वन सम्पदा खनिज सम्पदा से
सम्पन्न होंगे यहां नर नारी।
नवंबर महिना तारीख एक को
सन् दो हजार एक ।
किया स्वतंत्र राज्य छत्तीसगढ़
रह गये लोगन देख।।
खुबचंद बघेल जी का सफल प्रयास
संत कवि पवन दीवान थे साथी
पृथक राज्य का मांग किया मिलकर
स्वतंत्र बन बैठी छत्तीसगढ़ महतारी।।
लिख दिया कविता इंग्लिश में
जय जय छत्तीसगढ़ के माटी।
नदी नाला अऊ डोगरी पठार
पहाड़ पर्वत सौंदर्य सुघ्घर घाटी ।।
अटल जी का अटल संकल्प
काम किया जी भारी
स्वतंत्र राज्य बन बैठी
मोर छत्तीसगढ़ महतारी
====जय जय छत्तीसगढ़ महतारी ===
डॉ विजय कुमार कन्नौजे अमोदी आरंग ज़िला रायपुर छ ग दिनांक 31/10/2023रात्रि
12बजकर7मिनट पर