छड़ी
छड़ी
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आता है
जीवन में
एक समय ऐसा भी
होते असमर्थ
चल सकने में भी…!
अच्छे
भाग्य वाले
पाते हैं सेवा
परिवारजनों की…!!
कुछ
ऐसे जिन्हें
न मिलते अपने ही
केवल पाते उपेक्षा ही…!!!
छड़ियाँ भी
मिलती कठिनता से
टूट- छूट जाती
तो जीना होता है
बड़ा कठिन….!!!!
जो मिलें कहीं
जीवन में हारे
उपेक्षित लोग
तो बनना
उनके जीवन की छड़ी
तब लौट आएगी मुस्कान
उनके उन अधरों पर
जो हँसना भूल गए हैं…..!!!!!
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डा० भारती वर्मा बौड़ाई