छठ पूजा
छठ पूजा एक परम्परा
माने सब नर – नार
अर्घ अस्तांचल सूर्य को
करें व्रत आगाज।
नया अन्न का भोग बने
पुड़ी और रसीयाव।
ता पर फल एक नारियल
केला , सेब, अनार।
बड़ा पवित्र यह पर्व है
सूर्यष्षठी है नाम।
जैसी जिसकी कामना
पूरण हो हर काज।
चार दीनन तक व्रत करे
माने विधि- बिधान,
सायन तक का नियम है
निचे बीछत पुआल ।
बहंगी काचे बांस की
कांधे लचकत जाय,
दऊरा सुप सजाय के
छठी घाटे सब जाय।
श्रद्धा और विश्वास का
संगम बड़ा अपार,
दुश्मन हो या दोस्त सभी
करते सद् व्यवहार।
©® पं.संजीव शुक्ल “सचिन”