Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2024 · 1 min read

छठ पूजा

छठ पूजा

छठ की पूजा की सारी महिमा शास्त्र हमें बतलाते हैं।
छठ देवी का अर्चन कर जन मनवांछित फल पाते हैं।
वैदिक काल से चला आ रहा है यह मंगल पर्व।
मिथला मगध अवध के संग संग पूजे भारत सर्व।

कार्तिक शुक्ल छठी के दिन से आगे के दिन चार,
सूर्य देव और छठ माता का मन से करो मनुहार।
अंशुमान की छठ मैया रिश्ते में लगती भगनी,
जिनकी कृपा से जल जाते रोग दुःख मिल अग्नी।

व्रत रख करके अर्घ्य चढ़ाओ,सूर्य देव को पूजो।
तरह तरह पकवान चढ़ाओ छठ माँ सम न दूजो।
आरती करिये स्तुति गाइये, बोलिये मीठी बोली,
सब पर कृपा करेंगी माता भर दें सबकी झोली।

नवरात्रि की छठवीं देवी हैं माँ छठ कात्यायनी।
धन सुत वैभव खुशियां देती सदा सदा सुखदायनी।
विधि विधान से पूजा करिये सूर्य व छठ को मनाइये।
दिल में बसी जो मनोकामना, देवी मां से पाइये।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 96 Views
Books from Satish Srijan
View all

You may also like these posts

हरे कृष्णा !
हरे कृष्णा !
MUSKAAN YADAV
यदि आप स्वयं के हिसाब से परिस्थिती चाहते हैं फिर आपको सही गल
यदि आप स्वयं के हिसाब से परिस्थिती चाहते हैं फिर आपको सही गल
Ravikesh Jha
टमाटर के
टमाटर के
सिद्धार्थ गोरखपुरी
पानी पर ख़्वाब
पानी पर ख़्वाब
Shally Vij
रेस
रेस
Karuna Goswami
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पापा तुम बिन
पापा तुम बिन
Vandna Thakur
चमक..... जिंदगी
चमक..... जिंदगी
Neeraj Agarwal
*प्रस्तावना*
*प्रस्तावना*
Ravi Prakash
नकाब ....
नकाब ....
sushil sarna
2122/2122/212
2122/2122/212
सत्य कुमार प्रेमी
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
Sangeeta Beniwal
कैसे कहे
कैसे कहे
Dr. Mahesh Kumawat
18. *तजुर्बा*
18. *तजुर्बा*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
"हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा
आर.एस. 'प्रीतम'
तुमने कितनो के दिल को तोड़ा है
तुमने कितनो के दिल को तोड़ा है
Madhuyanka Raj
2587.पूर्णिका
2587.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
■निरुत्तर प्रदेश में■
■निरुत्तर प्रदेश में■
*प्रणय*
गिरगिट रंग बदलने लगे हैं
गिरगिट रंग बदलने लगे हैं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
विज्ञान और मानव
विज्ञान और मानव
राकेश पाठक कठारा
व्यंजन
व्यंजन
डॉ.सतगुरु प्रेमी
एक बिस्तर पर दो अजनबी,
एक बिस्तर पर दो अजनबी,
लक्ष्मी सिंह
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
Ashwini sharma
दुनिया एक दुष्चक्र है । आप जहाँ से शुरू कर रहे हैं आप आखिर म
दुनिया एक दुष्चक्र है । आप जहाँ से शुरू कर रहे हैं आप आखिर म
पूर्वार्थ
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
कार्तिक नितिन शर्मा
" वो "
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे हमसफ़र 💗💗🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मेरे हमसफ़र 💗💗🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Seema gupta,Alwar
"सबको जोड़ती हमारी संस्कृति एक"
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
24. O Woman !
24. O Woman !
Ahtesham Ahmad
Loading...